*सोमवती व मौनी अमावस्या एक साथ 4 फरवरी को मनाई जाएगी 71 साल बाद बना दुर्लभ महोदय योग।*
इस बार कुंभ के दौरान दूसरे शाही स्नान पर सोमवती व मौनी अमावस्या
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। ये वर्ष में लगभग एक या दो बार ही आती है इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व होता है। विवाहिता स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीघार्यु कामना के लिए व्रत का विधान है।
*71 साल पहले 8 फरवरी को मनाई गई थी मौनी व सोमवती अमावस्या*
8 फरवरी 1948 को कुंभ के दौरान प्रयागराज में महोदय योग में सोमवती व मौनी अमावस्या मनाई गई। इस दिन अमावस्या तिथि सूर्योदय से लग जाएगी जो पूरे दिन रहेगी।
इस बार कुंभ के दौरान दूसरे शाही स्नान पर सोमवती व मौनी अमावस्या पर महोदय योग की निष्पति हो रही है। यह दुर्लभ योग 71 साल बाद कुंभ के दौरान बन रहा है।
मौनी अमावस्या के दिन स्नान के बाद मौन व्रत रखकर जाप करने से मन की शुद्धि होती है।
कुंभ मेले का एक स्नान मौनी अमावस्या का भी होता है।
*सोमवती अमावस्या के दिन घर पर पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।*
संवत् २०७५
*माघ सोमवती अमावस्या*
लगेगी
*दिनांक 3 फरवरी 2019 रविवार रात्रि में 11 बजकर 52 मिनट पर*
उतरेगी
*दिनांक 4 फरवरी 2019 सोमवार को मध्यरात्रि के बाद 02 बजकर 33 मिनट पर*
*नोट*
अमावस्या के दिन अपने घर पर 120 शब्दों का एवं गोत्राचार सहित हवन जरूर करें व अपने घर के नजदीक या गांव में मंदिर हो तो मंदिर अवश्य जावें।
*दोहा*
उनतीस धर्म की आखड़ी, हदय धरियो जोय।
जाम्भेजी कृपा करी, नाम बिश्नोई होय।।
*सभी बिश्नोई अमावस्या का व्रत जरूर रखें।*
*निवण प्रणाम।*
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