उन्नति नियम
- 2.पंच ऋतुवन्ति न्यारो।
- 3.सेरा करो स्नान,
- 4.शील,
- 5. संतोष,
- 6. दीची प्यारो।
- 7.दुलिक सन्धि करो, सांज आरती गुण गावो।
- 8.होम हित चित प्रीत सूणी, वास वैकुंठा पावो।
- 9.पाणी
- 10. बाणी
- 11. ईंधणी
- 12.दूध ज लीजै छाण।
- 13.क्षमा, दया ह्रदय धरो, गुरू बताओ जान।
- 14.चोरी,
- 15.निन्दा
- 16.झुथ बरजीयो
- 17.बाद न करणो कोय।
- 18 तृमावस्य व्रत राखो
- 19.भजन विष्णु बतायो जोय।
- 20. जीवित पालणी, रूख लीला नहीं घाव।
- 21 ठेजर (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईष्र्या) जरै, जीवत मरै वै वास वैकुन्ठे पावै
- 22.के रसोईघर सूं पलो न लावी।
- 23 अभिनेता रखवे थाट, बैल बधिया न करावी।
- 24 इस्लाम (अफम)
- 25.तम्बाकू
- 26.भांग
- 27.मद (शराब)
- 28.मांस सूं दूर ही भागै।
- 2 9। उल (नील) न लावा अंग, देखत दूर ही त्याग।
* उन्नतिस धरम की आखिरी, हिरद धरती जोय, *
* जाम्पाजी कृपा करी नामवोनोई प्रतीक। *
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